Monday, 17 August 2015

अनंत, अनादि, अनीश्वर, देवों के देव महादेव को क्या नाम से पुकारु ? इस अजर, अमर, अविनाशी के जितने नामों से मैं परिचय कर पाय आपका भी परिचय करवाना चाहता हूँ

।1.शिव - कल्याण स्वरूप2.महेश्वर - माया के अधीश्वर3.शम्भू - आनंद स्स्वरूप वाले4.पिनाकी - पिनाक धनुष धारण करने वाले5.शशिशेखर - सिर पर चंद्रमा धारण करने वाले6.वामदेव - अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले7.विरूपाक्ष - भौंडी आँख वाले8.कपर्दी - जटाजूट धारण करने वाले9.नीललोहित - नीले और लाल रंग वाले10.शंकर - सबका कल्याण करने वाले11.शूलपाणी - हाथ में त्रिशूल धारण करने वाले12.खटवांगी - खटिया का एक पाया रखने वाले13.विष्णुवल्लभ - भगवान विष्णुके अतिप्रेमी14.शिपिविष्ट - सितुहा में प्रवेश करने वाले15.अंबिकानाथ - भगवति के पति16.श्रीकण्ठ - सुंदर कण्ठ वाले17.भक्तवत्सल - भक्तों को अत्यंत स्नेह करने वाले18.भव - संसार के रूप में प्रकट होने वाले19.शर्व - कष्टों को नष्ट करने वाले20.त्रिलोकेश - तीनों लोकों के स्वामी21.शितिकण्ठ - सफेद कण्ठ वाले22.शिवाप्रिय - पार्वती के प्रिय23.उग्र - अत्यंत उग्र रूप वाले24.कपाली - कपाल धारण करने वाले25.कामारी - कामदेव के शत्रु26.अंधकारसुरसूदन - अंधक दैत्यको मारने वाले27.गंगाधर - गंगा जी को धारण करने वाले28.ललाटाक्ष - ललाट में आँख वाले29.कालकाल - काल के भी काल30.कृपानिधि - करूणा की खान31.भीम - भयंकर रूप वाले32.परशुहस्त - हाथ में फरसा धारण करने वाले33.मृगपाणी - हाथ में हिरण धारण करने वाले34.जटाधर - जटा रखने वाले35.कैलाशवासी - कैलाश के निवासी36.कवची - कवच धारण करने वाले37.कठोर - अत्यन्त मजबूत देह वाले38.त्रिपुरांतक - त्रिपुरासुर को मारने वाले39.वृषांक - बैल के चिह्न वाली झंडा वाले40.वृषभारूढ़ - बैल की सवारी वाले41.भस्मोद्धूलितविग्रह - सारे शरीर में भस्म लगाने वाले42.सामप्रिय - सामगान से प्रेम करने वाले43.स्वरमयी - सातों स्वरों में निवास करने वाले44.त्रयीमूर्ति - वेदरूपी विग्रह करने वाले45.अनीश्वर - जिसका और कोई मालिक नहीं है46.सर्वज्ञ - सब कुछ जानने वाले47.परमात्मा - सबका अपना आपा48.सोमसूर्याग्निलोचन - चंद्र,सूर्य और अग्निरूपी आँख वाले49.हवि - आहूति रूपी द्रव्य वाले50.यज्ञमय - यज्ञस्वरूप वाले51.सोम - उमा के सहित रूप वाले52.पंचवक्त्र - पांच मुख वाले53.सदाशिव - नित्य कल्याण रूप वाले54.विश्वेश्वर - सारे विश्व के ईश्वर55.वीरभद्र - बहादुर होते हुए भी शांत रूप वाले56.गणनाथ - गणों के स्वामी57.प्रजापति - प्रजाओं का पालन करने वाले58.हिरण्यरेता - स्वर्ण तेज वाले59.दुर्धुर्ष - किसी से नहीं दबने वाले60.गिरीश - पहाड़ों के मालिक61.गिरिश - कैलाश पर्वत पर सोने वाले62.अनघ - पापरहित63.भुजंगभूषण - साँप के आभूषण वाले64.भर्ग - पापों को भूंज देने वाले65.गिरिधन्वा - मेरू पर्वत को धनुष बनाने वाले66.गिरिप्रिय - पर्वत प्रेमी67.कृत्तिवासा - गजचर्म पहनने वाले68.पुराराति - पुरों का नाश करने वाले69.भगवान् - सर्वसमर्थ षड्ऐश्वर्य संपन्न70.प्रमथाधिप - प्रमथगणों के अधिपति71.मृत्युंजय - मृत्यु को जीतने वाले72.सूक्ष्मतनु - सूक्ष्म शरीर वाले73.जगद्व्यापी - जगत् में व्याप्त होकर रहने वाले74.जगद्गुरू - जगत् के गुरू75.व्योमकेश - आकाश रूपी बाल वाले76.महासेनजनक - कार्तिकेय के पिता77.चारुविक्रम - सुन्दर पराक्रम वाले78.रूद्र - भक्तों के दुख देखकर रोने वाले79.भूतपति - भूतप्रेत या पंचभूतों के स्वामी80.स्थाणु - स्पंदन रहित कूटस्थ रूप वाले81.अहिर्बुध्न्य - कुण्डलिनी को धारण करने वाले82.दिगम्बर - नग्न, आकाशरूपी वस्त्र वाले83.अष्टमूर्ति - आठ रूप वाले84.अनेकात्मा - अनेक रूप धारण करने वाले85.सात्त्विक - सत्व गुण वाले86.शुद्धविग्रह - शुद्धमूर्ति वाले87.शाश्वत - नित्य रहने वाले88.खण्डपरशु - टूटा हुआ फरसा धारण करने वाले89.अज - जन्म रहित90.पाशविमोचन - बंधन से छुड़ाने वाले91.मृड - सुखस्वरूप वाले92.पशुपति - पशुओं के मालिक93.देव - स्वयं प्रकाश रूप94.महादेव - देवों के भी देव95.अव्यय - खर्च होने पर भी न घटने वाले96.हरि - विष्णुस्वरूप97.पूषदन्तभित् - पूषा के दांत उखाड़ने वाले98.अव्यग्र - कभी भी व्यथित न होने वाले99.दक्षाध्वरहर - दक्ष के यज्ञ को नष्ट करने वाले100.हर - पापों व तापों को हरने वाले101.भगनेत्रभिद् - भग देवता की आंख फोड़ने वाले102.अव्यक्त - इंद्रियों के सामने प्रकट न होने वाले103.सहस्राक्ष - अनंत आँख वाले104.सहस्रपाद - अनंत पैर वाले105.अपवर्गप्रद - कैवल्य मोक्ष देने वाले106.अनंत - देशकालवस्तुरूपी परिछेद से रहित107.तारक - सबको तारने वाला108.परमेश्वर - सबसे परे ईश्वर

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