श्रावण में ऐसे पाएं शिवजी का आशीर्वाद
इस व्रत में श्रावण माहात्म्य और शिव
महापुराण की कथा सुनने का विशेष महत्व है।
पूजन के पश्चात संत एवं विद्वानों को भोजन
कराकर एक बार ही भोजन करने का विधान है।
भगवान शिव का यह व्रत सभी मनोकामनाओं
को पूर्ण करने वाला है। जिन्होंने इस व्रत को
किया वही इसका महत्व समझते हैं।
भारत की हर शिव-स्थली में इन दिनों रौनक
बढ़ जाती है। विशेष रूप से कैलाश मानसरोवर,
अमरनाथ, उज्जैन, वाराणसी, सोमनाथ,
त्र्यंबकेश्वर, ॐकारेश्वर, रामेश्वरम, केदारनाथ
आदि।
केदारनाथ में हुए हादसे के बाद भी श्रद्धालु्ओं
की भक्ति में कोई कमी नहीं आई है, वहां नहीं
जा पा रहे हैं लेकिन शिव के अन्य धामों में दर्शन
के लिए वे पहुंच रहे हैं। बाबा अमरनाथ का
बर्फानी स्वरूप भी पिघलने की सूचनाएं आ रही
हैं लेकिन भोलेनाथ के जत्थे वहां भी बड़ी संख्या
में पहुंचने की लिए उत्साही हैं। (समाप्त)
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