मे विशाल राजेन्द्र जोषी समस्त आध्यात्मिक जगत परीवार को नमस्कार
श्रावन मास की शुभकामना अप सभी शीवजी की आराधना करे ओर अपनी मनोकामना पुरी करे
* आज गुरुपुष्यामृत एवं व्यतिपात योग व चतुर्दशी का अदभूत संयोग है!
अत:शिव अघोरमंत्र जप श्रेष्ठ हैं!
* साधना सकाम व निष्काम होती है!
मन को शुध्ध बनाने के लिए आनंद की साधना अर्थात् हर स्थिति को आनंद से स्वीकारें! जितना हो सके मौन प्रसन्न रहें!क्रोध पर विजय पायें! प्रार्थना करें" सब का मंगल हो"!
* ग्रहों की कुछ स्थितियाँ अनुकूल हों तो यंत्र.मंत्र.तंत्र में सफलता मिलती है.हाँ....पूर्णरुप से ब्रह्मचर्य नितांत आवश्यक है!
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